05 September 2008

मैं गज़ल हूं गुनगुनाईये मैं हसीन पल हूं पास आईये
वक्त यहीं ठहर गया है मुझसे आकर नजरें मिलाईये

No comments:

Post a Comment

मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।