देखे लाखों हसीं मगर तू ही है भाया मुझको
तेरे ख्यालों में खोई जिन्दगी मेरा ख्याल भी ना आया तुझको
शायद मेरे लिये ही कोई आसमां से लाया तुझको
पाता हूं तुझे अपना तसव्वुर में पर कभी ना पाया तुझको
जमाने को बताता हूं अपना तुझे क्या किसी ने ना बताया तुझको
तुझे देखने की हसरत इतनी कि ढूंढे मेरा साया तुझको
तुझे भुलाने गया मयखाने पर सागर ने भी दिखाया तुझको
शायरी में लिखा तुझको गीतों में गाया तुझको
दिल में बसाया तुझको सपनों में सजाया तुझको
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