23 September 2008

ये जीना ये मरना ये रोना ये हंसना
मेरा बस चले तो ये झगडा मिटा दूं

दर-ए-इश्क पे हुस्न का सर झुका दूं
कहो आज ये भी तमाशा दिखा दूं

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