11 September 2008

जिन्दगी के उदास कागज पर
दिल का पैगाम लिखने वाला था
रोशनाई बिखर गयी वरना
मैं तेरा नाम लिखने वाला था

No comments:

Post a Comment

मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।