11 April 2012

अब उनकी पोस्टों पर सैंकडों टीप आती हैं

टिप्पणी की घडी से चलती है पोस्ट की घडी ले आये हैं हम आपको टिप्पल दरबार में
टिप्पणी की शक्ति जब होती है सजीव तो स्वयं बनती जाती हैं पोस्ट्स

बाबाजी के दरबार में भी हुआ कुछ ऐसा ही संगम ब्लॉगर्स और फेसबुकियों का
जी हां बाबाजी हमेशा ही अपने भक्तों को टिप्पणी रुपी संपदा से भर देते हैं और उनके उजडे ब्लॉग को हरा भरा कर देते हैं।
टिप्पल बाबा
ये हमेशा आप उस....उस शक्ति की शक्ति को मानते हुये चलियेगा तो आपको किसी चीज की जरुरत नहीं। फिर वही ब्लॉगर मित्र जो आपको या ब्लॉग को छोड कर चले गये और दूसरे मठ के विरोधी ब्लॉगर आपके ब्लॉग पर बहुत सुंदर लिखा, बढिया पोस्ट और शुभकामनायें की टिप्पणियां लेकर आने लगते हैं।

जिनमें अहम आ जाता है, जिन्हें कोई सम्मान मिल जाता है वो नाचने लगते हैं। लेकिन उन्हें नहीं पता कि जब शक्ति ने नचाया तो नाचते रह जाओगे। सैंकडों आई हुई टिप्पणियां उन्हें गरीब ब्लॉग्स को भी बांटनी चाहिये। उनको उसका इस्तेमाल सही करना चाहिये ताकि कृपा उनपर भी आये।

जो ब्लॉगर ये समझते थे कि उनकी पोस्ट में कुछ नहीं है और दूसरे उनकी पोस्ट को बिना पढे निकल जाते थे। वो क्या था कि वो कृपा नहीं थी और अब उनकी पोस्टों पर सैंकडों टीप आती हैं और हजारों फॉलोवर हो गये हैं। जो काम 4-5 सालों में नहीं हो रहा था, वो 4-5 महिनों में कैसे हो गया? वो कुछ नहीं हुआ, वो शक्तियों की कृपा साथ जुड गई। और वो कृपा जब साथ जुडती है तो सिर चढ के बोलती है, पर उसका पात्र जरुर बनना पडता है। बिना इसके आप कहीं भी प्रचार करते रहिये कोई फायदा नहीं होता।

कुछ लोग सोचते हैं कि पोस्ट भी ना पढें और कृपा हो जाये, ऐसा कैसे हो सकता है। लेकिन जो ईमानदारी से पढते हैं और दसबन्ध की दस टिप्पणियां देते हैं उनका ब्लॉग हिट हो जाता है।


अगली किस्त में टिप्पल बाबा समागम में आये हुये ब्लॉगर भक्तों की समस्यायें सुनेंगें और समाधान बतायेंगें। एकदम सरल और आसान उपाय जिनके करने से आपके ब्लॉग पर टिप्पणियों की मूसलाधार वर्षा होने लगेगी।  

नोट :- हमारे जैसे मिलते-जुलते नामों वाले और टीवी पर आने वाले पाखंडी बाबाओं से बचें।