20 May 2010

सोच और वहम का फर्क

अध्यापिका - सोच और वहम में क्या फर्क है
फत्तू चौधरी - आप बहोत सैक्सी सो, या म्हारी सोच सै और हम अभी बच्चे हैं ये आपका वहम है
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फत्तू चौधरी मोबाईल रिचार्ज करवाने गया।
फत्तू चौधरी - दस का रिचार्ज कर दे
दुकानदार - सात रुपये का टाक टाईम मिलेगा
फत्तू चौधरी - कोय बात ना, तीन रुपये की नमकीन दे दे
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फत्तू चौधरी अपनी पत्नी  से - मेरे तै ब्याह तै पहलां तेरा किसे गेलां कोये चक्कर था? तेरा कोये यार दोस्त था?
जब पत्नी ने कोई जवाब नहीं दिया तो, फत्तू चौधरी - मैं इस खामोशी का के मतबल समझूं, "हां के ना"
फत्तू की पत्नी - अबे गिनने  तो दे
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फत्तू (गर्लफ्रेण्ड से) - तू आज कोये इसी बात कह, जिसनै सुण कै खुशी भी होवै अर दुख भी
गर्लफ्रेण्ड - भईया, आई लव यू
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ट्यूशन टीचर - अबे गधे होमवर्क क्यूं नहीं करता है तू
आज के छात्र - तमीज से बात करो मास्टर, कस्टमर से ऐसे बात करते हैं क्या

9 comments:

  1. ब्हुत सुंदर जी, सभी मजेदार

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  2. हा हा!! सच तो है कस्टमर से तो तमीज से बात करना चाहिये. :)

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  3. हा हा हा! हा! वाह्! क्या चुन चुनकर लतीफे लाएं हैं...तीन रूपये की नमकीन दे दे :-)

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  4. हा हा हा हा हा हा ......कहीं फत्तू का नाम महफूज़ तो नहीं.....?

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  5. अरे वाह, एक से बढ़्कर एक।
    खिलन्दड़ी में हरियाणवियों का कोई मुकाबला नहीं।
    मजा आ गया।

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  6. ये मजेदार हैं फत्तू जी। कहां रहते हैं! :)

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  7. इश्टूडेण्ट बी कश्टूमर हो गिया।

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