नववर्ष की पहली संध्या पर मेरे ब्लॉगमित्रों के आशिर्वाद और शुभकामनाओं से सांपला में कवि सम्मेलन बेहद सफल रहा। मैं आप सबका हार्दिक धन्यवाद करता हूँ।
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ आमंत्रित कविमण्डल का जिन्होंने अपनी प्रस्तुति और रचनाओं से हमें सराबोर किया
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ उपस्थित श्रोताओं का जिन्होंने तालियों से कवियों का उत्साह बढाया
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ आमंत्रित अतिथियों का जिन्होंने मेरा मान रखा
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ मंच संचालक मास्टर श्री रामकुमार जी का जिन्होंने अपना अमूल्य समय और सुझाव दिये
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ मेरे सहयोगियों का जिन्होंने मुझ पर विश्वास किया
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ सभी कार्यकर्ताओं का जिन्होंने मेरा साथ दिया
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ खाना बनाने वाले हलवाईयों का
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ सफाई करने वाले कर्मचारियों का
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मेरा हौंसला तोडने की कोशिश की, उनकी कोशिशों ने मेरा आत्मबल बढा दिया
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ जो मेरे आमंत्रण के बाद अनुपस्थित रहे, क्योंकि जगह ही नहीं बची थी, कहां बैठाता :-))
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ
ReplyDeleteआपका जो आपने सफ़ल आयोजन किया।
नूतन वर्ष की हार्दिक बधाई।
बधाईयां………ढेरों बधाईयां
ReplyDeleteआपकी सफलता की खुशीयो में आपके साथ।
शुभकामनाएँ
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ReplyDeleteहमारा धन्यवाद तो किया ही नहीं आपने, कितनी शुभकामनाएं भिजवाई थीं उसका क्या कोई योगदान नहीं था?
ReplyDeleteजब पहले नाम गिनाया था तो अब काहे नहीं गिनाये? :)
फ़ोटू-शोटू वीडियो-शीडियो कुछ नहीं?
ReplyDeleteफ़त्तू को भी याद किया कि नहीं किसी ने?
अब अगले कार्यक्रम की तैयारी शुरू करो दोस्त, हमें फ़िर से शुभकामनायें देनी हैं और धन्यवाद लेना है:)
मैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ उनका जिन्होने इसका आयोजन किया।
ReplyDeleteमैं हार्दिक धन्यवाद करता हूँ स्वयं का जिसे यह जानकर बहुत ही प्रसन्नता हुयी।
मै आपकी इस ऊर्जा और लगन का हार्दिक स्वागत करती हूँ। बधाई और आशीर्वाद।
ReplyDeleteढेरों बधाईयां
ReplyDeleteढेरों बधाईयां
ढेरों बधाईयां
ढेरों बधाईयां
ढेरों बधाईयां
ढेरों बधाईयां
अन्तर भाई मुझे तो बहुत खुशी हुयी आप का यह पहला आयोजन सफ़ल हुआ, मुझे फ़िक्र थी, लेकिन मैने फ़ोन नही किया कही आप को डिस्टर्ब क करुं, जब कि दिल तो बहुत था उस दिन फ़ोन करने का, अब मै उन सब का धन्यवाद करता हुं जिन के सहयोग से आप का यह कार्यकर्म सफ़ल हुआ, ओर अंत मे उस भगवान का धन्यवाद करता हुं जिस ने आप की मेहनत ओर हम सब की प्राथना सुनी, चलिये अब एक अच्छी सी पार्टी होगी मिलने पर , धन्यवाद
ReplyDeleteकवि सम्मेलन के सफल होने के लिए शुभकामनाये
ReplyDeleteआख़िरी लाइन में, मेरे प्रति आभार के लिए आपका धन्यवाद.
ReplyDeleteवाकई हौंसला तोड़ने वाले ही हमें कामयाबी की और ले जाते हैं ! और अगर अमित गुप्ता जैसे व्यक्तित्व को भी ऐसे लोग मिलें तो निस्संदेह वे सफल नहीं होंगे ...अमित और निखरेंगे ! शुभकामनायें !!
ReplyDelete@ सोमेश सक्सेना जी
ReplyDeleteसचमुच आप सबकी शुभकामनाओं के बिना यह आयोजन इस कदर सफल नहीं हो पाता।
इतनी जल्दी-जल्दी में पोस्ट ना पढा करें :-) पहली दो लाईनों में केवल आपका ही शुक्रिया अदा किया है।
आपका फटीचर इमोश्नल है ना, इससे ज्यादा लिख नहीं पाया।
प्रणाम
@ मो सम कौन
ReplyDeleteफोटू-शोटू तो नहीं हाँ वीडियो जल्द ही उपलब्ध कराऊंगा जी
अगली बार शुभकामनाओं के साथ आपको मेरे सिर पर हाथ रखकर पूरे आयोजन में साथ रहना होगा। वहां घर में बैठे नहीं रहने दूंगा। :-)
प्रणाम
ढेरों बधाईयां
ReplyDeleteबधाईयां जी बधाईयां।
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मिल गया खुशियों का ठिकाना।
वैज्ञानिक पद्धति किसे कहते हैं?
टोकरा भर के बधाइयाँ ...
ReplyDeletebadhaai ho ji.....
ReplyDeletekunwar ji,
बधाइयाँ जी बधाइयाँ .... थोड़ा रसास्वादन पोस्ट पढ़ने वालों का भी होना आवश्यक था ... चंद कवितायें चंद छंद ??
ReplyDelete@ पद्म सिंह जी
ReplyDeleteक्या बन्धु आप भी कुयें को छोडकर प्यासे से पानी मांग रहे हैं। हाँ ये सही बात है कि मैनें सारी रात पी है, लेकिन मयकदा तो यौगेन्द्र जी और अलबेला जी के पास है और रास्ता आपको भी पता है ही।
प्रणाम