यहां भी मस्त जी, अभी अभी इस से अगले वाल सुन कर आया हूम अब इसे सुनते हे, धन्यवाद
बहुत बढ़िया...
mast ekdum..........
किस बात का गुनाहगार हूँ मैं....नई पोस्ट पर आपका स्वागत हैधन्यवाद
बहुत बढिया।---------बोलने वाले पत्थर। सांपों को दुध पिलाना पुण्य का काम है?
badhya .आज ब्लॉगजगत के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया ऐसे लोगों ने
कविता अच्छी है पर आवाज़ की गुणवत्ता अच्छी नहीं है. बहुत ध्यान से सुनना पड़ा.
वाह।
वाह वाह
प्रस्तुतिकरण शैली बडी शानदार है।लोहड़ी,पोंगल और मकर सक्रांति : उत्तरायण की ढेर सारी शुभकामनाएँ।
मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।
यहां भी मस्त जी, अभी अभी इस से अगले वाल सुन कर आया हूम अब इसे सुनते हे, धन्यवाद
ReplyDeleteबहुत बढ़िया...
ReplyDeletemast ekdum..........
ReplyDeleteकिस बात का गुनाहगार हूँ मैं....
ReplyDeleteनई पोस्ट पर आपका स्वागत है
धन्यवाद
बहुत बढिया।
ReplyDelete---------
बोलने वाले पत्थर।
सांपों को दुध पिलाना पुण्य का काम है?
badhya
ReplyDelete.
आज ब्लॉगजगत के सामने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया ऐसे लोगों ने
कविता अच्छी है पर आवाज़ की गुणवत्ता अच्छी नहीं है. बहुत ध्यान से सुनना पड़ा.
ReplyDeleteवाह।
ReplyDeleteवाह वाह
ReplyDeleteप्रस्तुतिकरण शैली बडी शानदार है।
ReplyDeleteलोहड़ी,पोंगल और मकर सक्रांति : उत्तरायण की ढेर सारी शुभकामनाएँ।