15 December 2010

श्री यौगेन्द्र मौदगिल जी ने फंसा दिया मुझे

श्री यौगेन्द्र मौदगिल जी ने फंसा दिया मुझे :-) हा-हा-हा, लेकिन मैं खुश हूँ और अपने आपको सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ। धन्यवाद यौगेन्द्र जी।  सांपला में हास्य कवि सम्मेलन करवाने जा रहा हूँ। तैयारियों में व्यस्तता के कारण टिप्पणियां भी नहीं कर पा रहा। हालांकि मोबाईल द्वारा आप सबकी पोस्ट पढता जरूर हूँ। जल्द ही आप सबको निमंत्रण पत्र भी दूंगा। फिलहाल पोस्टर से काम चलाईये।


10 comments:

  1. बहुत खूब ..अग्रिम शुभकामनाये.

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  2. बढ़िया है। हमारी शुभकामनाएँ भी टिका लीजिए।

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  3. इस जाड़े में लोगो की सर्दी दूर भाग जायेगी ठहाके लगा लगा कर |बहुत बढ़िया काम कर रहे है |प्रणाम |

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  4. अरे भाई जद तो घणा जाड़ा पडैगा
    कवियाँ कै साथ श्रोताओं नै भी पाळा मार ज्यागा।

    योगेन्दर जी और थमने बधाई

    राम राम

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  5. बहुत सुंदर हमारी शुभकामनाऎ जी, खुब अच्छा रहे आप का यह प्रोगराम, आप खुब तेयारी करो मेरे लायक कोई सेवा हो तो अभी बता दो, आप का प्रोगराम सफ़ल रहे हमारी शुभकामनाऎ फ़िर से. राम राम

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  6. जिसने फ़ंसाया है, निकालेगा भी वही - भरोसा रखो जी। सांपला में शायद अपनी तरह का पहला आयोजन होगा ये।
    शुभकामनायें।

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  7. सफल आयोजन के लिये अग्रिम शुभकामनायें।

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  8. चलो अच्छा रहा कि मेरा नाम दिमाग में नहीं आया, नहीं तो मेट्रो में हास्य कवि सम्मेलन करवाना पड जाता।

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  9. अग्रिम शुभकामनायें।
    अग्रिम शुभकामनायें।

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  10. हमारी भी अग्रिम शुभकामनायें। खास कर योगेन्द्र जी का धन्यवाद। वो आपको इसी तरह फंसाते रहें और अच्छे काम करवाते रहे। बहुत बहुत आशीर्वाद। विजयी भव।

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मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।