सत्तू और फत्तू दोनों बडे आलसी थे। एक बार रामभज पंसारी ने जिससे उन्होंनें काफी उधार ले रखा था कहा कि या तो मेरी उधारी चुकता करो वरना मैं तुम्हारे घर पर कब्जा कर लूंगा। सत्तू-फत्तू ने कहा लाला जी हमारे पास काम नही है, जब काम मिल जायेगा तो आपके पैसे लौटा देंगें। रामभज पंसारी ने कहा कि तुम मेरे पास नौकरी करो। उसने फत्तू को एक टोकरी मूंगफली और सत्तू को एक टोकरी चने दिये और कहा कि शाम तक घूम-घूमकर यह सब बेचकर आओ, और नगद में बेच कर आना। मरते क्या ना करते दोनों अपनी-अपनी टोकरी उठा कर चल पडे। अब काम तो उन्होंने किया नही था, थोडी दूर चलते ही उनका आलसी मन हावी हो गया। दोनों जा कर बस अड्डे के पिछवाडे बैठ गये ताकि कोई देख ना ले और बनिया को बता ना दे। अब बस अड्डे के पीछे तो सुनसान जगह थी, वहां कहां से ग्राहक आते। दोनों थोडी देर में ही बोर हो गये और भूख भी लगने लगी।
सत्तू ने फत्तू से कहा - थोडी सी मूंगफली दे दे।
फत्तू - ना भाई, अगर उधार बेचूंगा तो बानिया मेरी जान काढ लेगा
सत्तू ने अपनी जेब टटोली तो उसकी जेब में दो रुपये निकले।
सत्तू - अररे, उधार कौन मांगै सै, यो ले नकद, फटाफट दो रुपये की मूंगफली दे
फत्तू पहली बिक्री से खुश हो गया और मूंगफली दे दी। थोडी देर बाद फत्तू को भूख लगी और उसने सत्तू से चने मांगें तो सत्तू ने भी उधार देने से मना कर दिया। अब फत्तू ने अपनी पहली बिक्री से आये दो रुपये के चने खरीद लिये। इस तरह दोनों दो रुपये से आपस में ही खरीद-बिक्री करते रहे और मूंगफली और चने खाते गये। दोपहर तक दोनों का माल खत्म हो गया। दोनों ने बनिया की दुकान पर जाकर टोकरी फेंकी और कहा - लो लाला जी अपनी टोकरी, हम सारा माल बेच आये और वो भी नगदम-नगदा। लाला बडा हैरान हुआ और कमाई के पैसे मांगें तो सत्तू ने दो रुपये लाला के हाथ पे धर दिये। लाला ने अपना माथा पीट लिया।
लाला, सत्तू से - तूने सारे चने दो रुपये में बेच दिये
सत्तू ना जी - मन्नै तो दो-दो रुपये के थोडे-थोडे कर के बेचे सैं
लाला - अर फत्तू तेरी कमाई
फत्तू - लालाजी मन्नै भूख लाग रही थी इसलिये मन्नै दो रुपये की मूंगफली खा ली, आप मेरी दिहाडी में से दो रुपये काट लो।
हा हा हा बहुत बडिया। शुभकामनायें
ReplyDeletenice
ReplyDeleteगजब कर दिये भाई.:)
ReplyDeleteरामराम.
दोनो बहुत सयाने निकले, वेसे ऎसे नमुने सच मै मिलते है
ReplyDeleteहा हा हा हा बहुत बडिया। शुभकामनायें
ReplyDeleteये यूनिक पीस है |हरियाणा में इसे ही मिलते है |
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