01 October 2008

तेरे इंतजार में

तुझे पा लूं मेरी बरसों से ये हसरत थी
तुझे पा लेने की मेरी हसीन किस्मत न थी
दिये जलाऊं तेरी राहों में ये मेरे बस में नहीं
दिल जलाया तेरे इंतजार में ये कोई कम तो नहीं

वफायें हमने तुझसे की ये तुम्हारी किस्मत थी
वफा के तू लायक न थी ये हमारी किस्मत थी
हंसना तुझे हमने सिखाया ये हमारी मुहब्बत थी
उम्र भर का रोना हमें मिला ये तुम्हारी मुहब्बत थी

चले थे हमसफर बनकर एक ही डगर थी
राहें हो जाएंगी अलग ये किसको खबर थी
साथ निभाने का वो वादा तो वादा-ए-वफा था
साथ छोड दिया ये तेरी वफा तो नही थी

जमाना नही छोड पाये तेरे लिए ये हमारी बेवफाई न थी
जिन्दगी छोड चले ये हमारी वफा की हद थी
तमाम उम्र गुजार दी तेरे इंतजार में जलकर
आये तब जब मेरी चिता जलने लगी थी

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