18 August 2010

आँख से आँख मिलाओ

"कब तक रहोगे, मुंह को छुपाये नकाब में
कब तक रहेगा, चाँद सा चेहरा हिजाब में"

आज सुनिये उस्ताद राहत फतेह अली खान जी का एक बेहतरीन मेरा पसन्दीदा कलाम
इसकी अवधि करीबन 15 मिनट है। खाली समय में आराम से सुनियेगा। मेरा वादा है आपसे कि आपको भी बहुत पसन्द आयेगा।



इस पॉडकास्ट के कारण गायक, रचनाकार, अधिकृता, प्रायोजक या किसी के भी अधिकारों का हनन होता है तो क्षमायाचना सहित तुरन्त हटा दिया जायेगा।

8 comments:

  1. बहुत सुन्दर संगीत सुनवाया। आभार।

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  2. बहुत लाजवाब और उस्ताद राहत फतेह अली खान जी को सुनवाने के लिये बहुत आभार.

    रामाराम.

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  3. धन्यवाद, सब की टिपण्णियां खत्म हो जाये तो सुनुगां, धन्यवाद, क्योकि जब आप ने यहां दिया है तो जरुर बहुत सुंदर होगा

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  4. वाह.....बहुत बहुत आनंद आया....

    इतना लाजवाब संकलन सुनवाने के लिए आपका आभार ही आभार...

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  5. साँसों की माला...का भी रसास्वादन कर लिया आपके सहयोग से....
    बहुत बहुत आभार...

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