- किसी के लिए त्याग करना अच्छी बात है पर उनमें यह भ्रम न पनपने दो कि तुम्हारा त्याग उनका अधिकार है।
- मजबूत बनो, सहनशील बनो ताकि कोई चन्द शब्दों की झाडू मारकर तुम्हें धूल की तरह दहलीज से बाहर न फेंक सके।
- एक फूल और इतने कांटे बताते हैं कि जीवन में दुख के बराबर सुख नही आते।
- दिल दे दे दिलासा (झूठी) ना दे, विष दे दे विश्वास (झूठा) ना दे।
- चाह (इच्छा) की परछाई ही दुख है। हर इच्छा अपने साथ दुख को लेकर आती है।
01 November 2008
काम की बात
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हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.
ReplyDeleteइस नए चिटठे के साथ चिटठा जगत में आपका स्वागत है । बहुत अच्छा लिखते हैं आप। आशा है कि आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को मजबूती देकर पाठको का ज्ञानवर्द्धन करेंगे। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।
ReplyDeleteएक फूल और इतने कांटे बताते हैं कि जीवन में दुख के बराबर सुख नही आते।
ReplyDeleteसही कहा आपने, हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है।
ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. लिखते रहिये. शुभकामनयें.
ReplyDelete---
मेरे ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित हैं.
बढ़िया प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकारें मेरे भाई
ReplyDeleteआपका ब्लाग भी काम का है, पुन: जरूर आऊँगा
ReplyDeleteबहुत खूब.. अगली पोस्ट के इंतजार में हैं..
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