01 November 2008

काम की बात

  • images1 किसी के लिए त्याग करना अच्छी बात है पर उनमें यह भ्रम न पनपने दो कि तुम्हारा त्याग उनका अधिकार है।
  • मजबूत बनो, सहनशील बनो ताकि कोई चन्द शब्दों की झाडू मारकर तुम्हें धूल की तरह दहलीज से बाहर न फेंक सके।
  • एक फूल और इतने कांटे बताते हैं कि जीवन में दुख के बराबर सुख नही आते।
  • दिल दे दे दिलासा (झूठी) ना दे, विष दे दे विश्वास (झूठा) ना दे।
  • चाह (इच्छा) की परछाई ही दुख है। हर इच्छा अपने साथ दुख को लेकर आती है।

7 comments:

  1. हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है. नियमित लेखन के लिए मेरी हार्दिक शुभकामनाऐं.

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  2. इस नए चिटठे के साथ चिटठा जगत में आपका स्‍वागत है । बहुत अच्‍छा लिखते हैं आप। आशा है कि आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को मजबूती देकर पाठको का ज्ञानवर्द्धन करेंगे। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ है।

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  3. एक फूल और इतने कांटे बताते हैं कि जीवन में दुख के बराबर सुख नही आते।
    सही कहा आपने, हिन्दी चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है।

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  4. ब्लोगिंग जगत में आपका स्वागत है. लिखते रहिये. शुभकामनयें.
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    मेरे ब्लॉग पर आप सादर आमंत्रित हैं.

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  5. बढ़िया प्रस्तुति के लिये बधाई स्वीकारें मेरे भाई

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  6. आपका ब्‍लाग भी काम का है, पुन: जरूर आऊँगा

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  7. बहुत खूब.. अगली पोस्ट के इंतजार में हैं..

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मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।