कुछ साल पहले आमिर खान अभिनीत "3 इडियट" मूवि आई थी। इसमें आमिर खान एक जुमला "All is Well" पेश करते हैं। दिखाया गया है कि तनाव में, दर्द में, तकलीफ में, उदासी में, क्रोध में या नकारात्मक मानसिक स्थिति में भी इस वाक्य को दोहराने से राहत का अहसास होता है।
ऐसा ही एक वाक्य हरियाणवी ट्रकों या गाडियों के पीछे लिखा मिलता है। "या तै नूएं चाल्लैगी" इसे आप "All is Well" का हरियाणवी वर्जन कह सकते हैं। आमतौर पर ट्रकों आदि के पीछे इसे लिखने का उद्देश्य इतना ही है कि पीछे आ रहा ट्रैफिक ट्रक ड्राईवर की स्पीड, साईड ना देने या ड्राईविंग स्किल्स से खीजने के बजाय, इसे पढ कर समझ जाये कि "ये गाडी वाला ऐसे ही चलेगा"।
तो अब आपको रोजमर्रा की छोटी-छोटी बातों, तकलीफों से बिल्कुल तनावग्रस्त या परेशान होने की जरुरत नहीं है। इस सांत्वना देने वाले जादुई जुमले का प्रयोग कीजिये और इस हरियाणवी तुकबंदी का आनन्द लीजिये।
महंगाई की मार, बढता भ्रष्टाचार
मिली-जुली सरकार - या तै नूएं चाल्लैगी
मिली-जुली सरकार - या तै नूएं चाल्लैगी
सास-बहू का झगडा, बालकां का लफडा
पडोसियां का रगडा - या तै नूएं चाल्लैगी
पडोसियां का रगडा - या तै नूएं चाल्लैगी
बिजली की दिक्कत, पानी की किल्लत
पैट्रोल की कीमत - या तै नूएं चाल्लैगी
पैट्रोल की कीमत - या तै नूएं चाल्लैगी
रिजर्वेशन म्है वेटिंग, छोरे-छोरियां की डेटिंग
छुटभईयों के सेटिंग, धोनी की बैटिंग
और जुल्फां की कटिंग - या तै नूएं चाल्लैगी
छुटभईयों के सेटिंग, धोनी की बैटिंग
और जुल्फां की कटिंग - या तै नूएं चाल्लैगी
व्यापार में मंदा, जागरण का चंदा
धर्मगुरुओं का धंधा - या तै नूएं चाल्लैगी
धर्मगुरुओं का धंधा - या तै नूएं चाल्लैगी
स्कूल में एडमिशन, कॉन्ट्रैक्ट में कमीशन
सम्मेलन की परमिशन - या तै नूएं चाल्लैगी
सम्मेलन की परमिशन - या तै नूएं चाल्लैगी
सरकारी काम, सडक पे जाम
सब्जियां के दाम - या तै नूएं चाल्लैगी
सब्जियां के दाम - या तै नूएं चाल्लैगी
बान्दरां की फौज, कुत्तां की मौज
खरचां का बोझ, अर म्हारी खाली गोझ - या तै नूएं चाल्लैगी
खरचां का बोझ, अर म्हारी खाली गोझ - या तै नूएं चाल्लैगी
या तै नूएं चाल्लैगी....
ReplyDeleteबहुत ही गजब की रचना है.
रामराम.
लाजवाब प्रस्तुति...बहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteनयी पोस्ट@ग़ज़ल-जा रहा है जिधर बेखबर आदमी
'सब चलता है' के जैसा। पर कब तक?
ReplyDeleteकविता वाला गुण है ये भी पता चल गया है ।
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