tag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post838731484492536666..comments2024-03-09T12:55:18.591+05:30Comments on अन्तर सोहिल = Inner Beautiful: अब वो झल्लाती नहीं हैअन्तर सोहिलhttp://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-10288805526489107912011-08-27T14:45:59.348+05:302011-08-27T14:45:59.348+05:30ऐसा होता है जी
आज मैनें सांपला में कवि सम्मेलन करव...ऐसा होता है जी<br />आज मैनें सांपला में कवि सम्मेलन करवाने की कोशिश की थी। जिसमें देशभक्ति, ओज और वीर रस की कविताओं और सरकार पर व्यंग्य का प्रोग्राम रखना था। मेरी मंशा ये थी कि इस प्रोग्राम के तुंरत बाद एक कैंडिल मार्च या रैली निकालेंगे। एक संस्था के साथ बैठकर सारा प्रोग्राम बनाया, श्री यौगेन्द्र मौद्गिल जी से भी बात हो गई थी। लेकिन सुबह इन लोगों ने हाथ पीछे खींच लिये।<br />मैं अपने पिताजी को (जो पूरा दिन न्यूज देखते रहते हैं) रामलीला ग्राऊंड चलने के लिये कहता हूँ, लेकिन एक बार भी नहीं आये। हालांकि अन्ना के समर्थन में मुंडन करा लिया है :)<br /><br />प्रणामअन्तर सोहिलhttps://www.blogger.com/profile/06744973625395179353noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-23401614591650673052011-08-27T13:42:50.274+05:302011-08-27T13:42:50.274+05:30सच कहते हैं आप अंतर सोहिल जी,
एक संवेदनशील व्यक्त...सच कहते हैं आप अंतर सोहिल जी, <br />एक संवेदनशील व्यक्ति यही महसूस करता है आज...<br />आपकी यही पीड़ा आज मेरे घर में मेरी जुबान से भी निकली... सारा घर व्यथित महसूस कर रहा है...<br />सादर....S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-19591325670539100922011-08-27T08:59:20.424+05:302011-08-27T08:59:20.424+05:30पिछले कुछ दिनों से भोजन से अनिच्छा सी हो रही है।पिछले कुछ दिनों से भोजन से अनिच्छा सी हो रही है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-91795971468609643342011-08-26T23:16:58.569+05:302011-08-26T23:16:58.569+05:30अंतर भाई मै तो समझता था कि मैरा ही दिमाग बिगड गया ...अंतर भाई मै तो समझता था कि मैरा ही दिमाग बिगड गया हे, लेकिन लगता हे अब ९०% भारतियो का दिमाग मेरे जैसा ही बिगड गया हे, बहुत भावूक कर दिया आप की इस पोस्ट ने...<br />मैने कल यहां मुनिख मे अन्ना के समर्थन मे एक आयोजन रखा था, लेकिन कुछ अपने भारतिय तत्वो ने उसे पेदा होने से पहले ही खत्म कर दिया, जो बचा था वो बरसात की भेंट चढ गया,मुझे बहुत अफ़सोस हुआ... कसुर वार सिर्फ़ एक दो आदमी हे जो उम्र मे मेरे पिता से भी बढे हे इस कारण मै उन्हे कुछ कह भी नही सकता,इन्हे कब समझ आयेगी पता नहीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-33908979457580670912011-08-26T22:23:51.288+05:302011-08-26T22:23:51.288+05:30भावनात्मक सपोर्ट ही कहते हैं शायद इसको।भावनात्मक सपोर्ट ही कहते हैं शायद इसको।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8024454375271047452.post-62072742522953979992011-08-26T18:15:19.153+05:302011-08-26T18:15:19.153+05:30हर संवेदन शील भारतीय नागरिक की भूख आजकल इसी के चलत...हर संवेदन शील भारतीय नागरिक की भूख आजकल इसी के चलते कम हो चली है. <br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.com