01 January 2014

फत्तू और भतेरी



फत्तू - मैनें सुना है हर बेवकूफ आदमी की पत्नी खूबसूरत होती है
भतेरी - आपको बहाने-बहाने से मेरी तारीफ करने के अलावा कुछ काम नहीं है क्या

भतेरी - तुम्हारे दिमाग में तो गोबर भरा है।
फत्तू - फिर इतनी देर से खा क्यों रही हो?

लडाई होने के बाद फोन पर फत्तू - खाने में क्या है
भतेरी - जहर
फत्तू - मैं देर से आऊंगा, तुम खा कार सो जाना

भतेरी - मैं मर जाऊंगी
फत्तू - मैं भी मर जाऊंगा
भतेरी - तुम क्यों मरोगे
फत्तू - इतनी खुशी बर्दाश्त नहीं कर सकता

भतेरी - तुम्हें पता है स्वर्ग में पति-पत्नी एक साथ नहीं रहते
फत्तू - तभी तो उसे स्वर्ग कहते हैं

डॉक्टर - आपकी बीवी अब बस दो दिन की मेहमान है।  I'm sorry
फत्तू - इसमें sorry की क्या बात है डा० साहब, काट लेंगे ये दो दिन भी जैसे-तैसे


Epilogue : मैरिज और मोबाईल दोनों में एक बात कॉमन है, कि थोडा रुक जाता तो अच्छा मॉडल मिलता।

4 comments:

  1. नए साल का तौहफा है। बहुत दिनों बाद अवतरित हुए हैं।

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  2. वाह बेहतरीन !!!!
    बड़े दिनों की अधीर प्रतीक्षा के बाद आज आपका आगमन हुआ है

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  3. ha ha ha tum log biviyon ke bina rh bhi nhi skte. ek saptaah ke liye bhi maayke chli jaaye to tadap uthte ho aur sbse jyada chutkle bhi biviyon ki kheenchaai krne wale sunaate ho. ha ha ha

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