13 February 2012

बुड्ढे तेरी तो लॉटरी लग गई



वेलेंनटाईन पर टैडी गिफ्ट करने पर
मुम्बई की लडकी - ओह! सो क्यूट
दिल्ली की लडकी - थैंक्स बहुत प्यारा है
लखनऊ की लडकी - हाय अल्लाह कितना खूबसूरत है
चण्डीगढ की लडकी - ओ जी किन्ना सोना टैडी
रोहतक की लडकी - यो के बांदर सा ठा लाया ?
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
एक पिकनिक टूर पर बस में अन्ताक्षरी खेलने के लिये लडकों और लडकियों की अलग-अलग टीम बन गई।
लडकियां - हम तुम्हें हरा कर दिखायेंगें।
लडके - हम हार गये, चलो अब दिखाओ।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अध्यापिका - अगर मैं दो दिन के लिये तेरी मां बन जाऊं तो तुझे सुधार दूंगी।
शरारती छात्र - मैम मैं आज ही जाके बापू को बोल देता हूं कि बुड्ढे तेरी तो लॉटरी लग गई।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
अध्यापक - सेमेस्टर सिस्टम के फायदे बताओ।
छात्र - फायदे तो पता नहीं पर बेइज्जती साल में दो-बार हो जाती है।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
गजल और लैक्चर में फर्क
गर्लफ्रेंड जो कहती है गजल लगता है और पत्नी जो कहती है लैक्चर लगता है।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
संता - वो मेरी नहीं हो सकती तो किसी की भी नहीं होगी।
बंता - अगर तेरी हो जायेगी तो क्या सबकी हो जायेगी।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------
सुहागरात वाली रात पति ने पत्‍नी से कहा - मैं शादी से पहले कई औरतों के साथ सो चुका हूं।
पत्‍नी ने शरमाकर जवाब दिया - जब कुंडलियां मिली हैं तो आदतें कहां जायेंगी।
-------------------------------------------------------------------------------------------------------------

बाकियों ने तो सोने ही नहीं दिया 
सोच और वहम का फर्क 
बिल्कुल अपने बाप पर गया है
तुम भी ना बस बुरा मान जाते हो
कितना गंदा सोचती हो तुम
तेरी बेबे का यार सूं

13 comments:

  1. बाक्की सब तो ठीक पर रोहत्तक आली छोरी का जवाब कोन्या ☺

    ReplyDelete
  2. यानि आज भी रोहतक मे शराफ़त बची हे, यानि चोंचले बाजी नही करती...:)

    ReplyDelete
  3. हा हा हा ..रोहतक वाला बेस्ट है.

    ReplyDelete
  4. थोडा सा मजा आया, वैसे एक बात सही है कि हँसी तो ऊट पटाँग बातों पर ही आती है।

    ReplyDelete
  5. वह क्या बात है .लाजवाब है

    ReplyDelete
  6. अभी अभी आपकी नैनीताली मौज देखर आ रहे हैं जाटदेवता के यहाँ. :)

    ReplyDelete
  7. दो दिनों के ओ मेहमान, क्यूं सोया तू चादर तान
    संजय खडे तेरे सिरहाने, अपने अन्तर को पहचान

    आदरणीय संजय जी सुनाई दे रही है आपकी आवाज लेकिन अभी नींद बहुत प्यारी लग रही है थोडी देर और सोने दो ना, प्लीज

    ReplyDelete

मुझे खुशी होगी कि आप भी उपरोक्त विषय पर अपने विचार रखें या मुझे मेरी कमियां, खामियां, गलतियां बतायें। अपने ब्लॉग या पोस्ट के प्रचार के लिये और टिप्पणी के बदले टिप्पणी की भावना रखकर, टिप्पणी करने के बजाय टिप्पणी ना करें तो आभार होगा।