25 August 2011

अन्ना बच्चों के मुख से

सुबह अन्जू को बोलकर आया हूँ कि शायद आज शाम मैं घर ना सकूं। हो सकता है मैं संसद पर जाकर गिरफ्तारी दे दूं। अन्जू ने कहा कि वह भी यह कार्य करना चाहती है। मैनें कहा मुझे खाना बनाना नही आता अगर मै बना सकता तो मैं घर पर रुक जाता और तुम ऐसा कर सकती हो। । बच्चे अभी छोटे हैं, फिर भी तुम्हारी मर्जी। कल रात 11:30 बजे टीवी पर अरविंद केजरीवाल और किरण बेदी की बातें सुनकर रक्तचाप बढ गया था और धडकन तेज हो गई थी। दोनों बच्चे भी देख रहे थे और उन्होंने सवालों की झडी लगा दी थी। जितना उनकी समझ में आ रहा था, उसी अनुसार सवाल कर रहे थे। पुलिस तो बुरे लोगों को पकडती है? अन्ना तो किसी से लडाई भी नहीं करते? खैर, अभी तो ऑफिस से ये पोस्ट लिखकर निकल रहा हूँ और शाम 5 बजे  प्रधानमंत्री निवास पर जाने का मन है। 

उर्वशी स्कूल से एक कविता सीख कर आई है आप भी सुनिये और लक्ष्य के लिये जो चीजें दिख रही हैं, सबकुछ अन्ना हो गया है। 



2 comments:

  1. सोहिल जी मुझे लगता है की अब सबको संसद पर जाने का और गिरफ्तारी देने का समय आ ही गया है ....

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