जबसे लोगों को ताई द्वारा ताऊ का जन्मदिन जर्मन मेड लट्ठ द्वारा मनाये जाने का पता चला है। तभी से मुझे सभी महिला ब्लॉगर्स और पुरुष ब्लॉगर्स की बीवियों के फोन, ईमेल, टिप्पणीयां और चिट्ठियां आ रही हैं। सभी को जर्मन मेड लट्ठ पाने की चाहत है। मैं उन सबको बता देना चाहता हूँ कि मैनें और कविवर श्री यौगेन्द्र मौदगिल जी ने केवल कूरियर का काम किया है। जिनको भी जर्मन मेड लट्ठ चाहिये, वो अपना ऑर्डर श्री राज भाटिया जी को ईमेल या टिप्पणी द्वारा दें।
गूगल से साभार |
हिन्दी ब्लॉगजगत में होली स्पेशल लट्ठ भी बेतहाशा मांग में हैं। होली स्पेशल लट्ठ की विशेषता है कि अलग-अलग रंग के लिये अलग लट्ठ इस्तेमाल किया जाता है। जिस भी रंग से आप किसी को रंगना चाहते हैं, उसी रंग का लट्ठ उसके सिर पर बजा दीजिये। ताई ने चार लट्ठ लाल, पीला, हरा और नीला मंगवाये थे। जिन्हें हमने बहुत गोपनीय तरीके से हिन्दी ब्लॉगर्स से छुपा-बचा कर ताई तक पहुँचाया है। यहां तक की निजामुद्दीन स्टेशन पर श्री पवन *चंदन* जी ने अपने कारिंदे फैला रखे थे और खुद भी ऑफिस से बाहर ही खडे होकर पूरे प्लेटफार्म पर नजर रखे हुये थे। पवन जी ने हमें पकड लिया और बडे प्यार से अपने ऑफिस में लेजा कर चाय-पान कराया, उनकी नजरें जर्मन मेड लट्ठ की एक झलक पाना चाहती थी। लेकिन हमने भी लट्ठ इस प्रकार छुपा रखे थे कि किसी को भनक भी ना लगे। श्री पवन *चंदन* जी ने हमें रिश्वत देने की भी कोशिश की, लेकिन हमने रिश्वत भी ली और चारों जर्मन लट्ठ को बिना हवा लगाये इन्दौर ताई तक पहुँचा आये। ताऊ जी आजकल ताई द्वारा रंगीन लट्ठों के जरिये खूब रंगीन किये जा रहे हैं।
इसलिये आप सब रंगीन जर्मन मेड लट्ठ का आनन्द पाने के लिये श्री राज भाटिया जी से ही सम्पर्क करें। बेहतरीन कूरियर सेवा के लिये श्री ललित शर्मा दी ग्रेट कूरियर कम्पनी से सम्पर्क किया जा रहा है। यह एक अन्तर्राष्ट्रिय कूरियर सेवा है, जो अपनी बेहतरीन सेवायें देने के लिये जानी जाती है। अगर श्री ललित शर्मा जी हमारे साथ कार्य करने को मान जाते हैं तो हमारा सौभाग्य होगा और आपको जर्मन मेड लट्ठ श्री ललित शर्मा जी द्वारा दिये पहुँचायें जायेंगें।
होली स्पेशल : यह पोस्ट शुद्ध हास्य के लिये है। किसी को बुरा लगता है तो क्षमायाचना सहित हटा दी जायेगी।
आप के द्वारा भेजे गए लठ अब गजब ढा रहे है |
ReplyDeleteएक मेरे लिए भी भेज दिजिए
ReplyDeleteकुछ बंगलोर के लिये भी।
ReplyDeleteभाई जी आपके घर में कौन से रंग की लठ्ठ इस्तेमाल की जाती है ये भी बता दें या भाभी जी का नंबर दे दीजिए हम खुद ही पूछ लेंगे।
ReplyDeleteमतलब थम सारे मिल के मेरी कुरियर कम्पनी जरुर खुलवादोगे।
ReplyDeleteऔर खाम खाह दो चार मेरे भी टिकवादोगे। थारे लक्षण नुए दिख रहे सैं।
राम राम
इत्ती बड़ी लट्ठ कहाँ छुपा लिए कि चन्दन जी नहीं देख पाये ... जरूर हमें बहकाने के लिए उनसे कुछ साँठ गांठ हो गयी है। मुद्दा अखिल ब्रह्मांड ब्लागर संगठन मे उठाया जाएगा... बरोबर उठाया जाएगा
ReplyDeleteबहुत खुब जी अभी मे होली से पहले सेल लगा देता हुं,कुरियर से देर लगेगी आप खुद ही ले जाये आ कर फ़िर सब को पहुचा दे..
ReplyDeleteभाई साहाब जी इस लठ की चर्चा तो फेलती जा रही है जरा लठ को सम्भाल कर चालना कही आप का कोई अपहर्ण ना कर ले
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लीखते है आप
हा हा .. अच्छा है मेरी पत्नी के पास आपका नम्बर नहीं है !!
ReplyDelete