चित्र गूगल से साभार |
ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत तो हरे-भरे प्यारे विशाल वृक्षों जैसे हैं। जिनके नीचे सभी हिन्दी ब्लागर ठंडी छांव का आनन्द लेते हैं। मगर इन पेडों की जिस डाल के नीचे आप बैठने जा रहे हैं, वहां पहले जांच ले कि कहीं उस डाल पर कौवे का घौंसला तो नही है। क्योंकि आपके बैठते ही आपके ऊपर, अगर कौवे ने बीट (पोटी) कर दी तो??? अजी डाल उसकी, घौंसला उसका, क्या करेंगें आप??? जी भर के कोसिये, गालियां निकालिये या प्यार से कौवे को ऐसा करने पर एतराज जताईये, यही तो कौवे के लिये दाना-पानी हैं। कुछ नही होगा, कौवा आपके मुकाबले ज्यादा जोर से और ज्यादा देर तक कांव-कांव कर सकता है। क्योंकि उसका तो जन्मजात गुण है ये और आपने तो शायद आज से पहले कभी कांव-कांव का अभ्यास भी नही किया है। या आप कौवे से ऊंचे उडकर, उसके ऊपर बीट करने की कोशिश करेंगें??? अगर कर पाये तो आप कौवे से भी बडे गंदे प्राणी हो गये। अगर आप कौवे के घौंसले के नीचे बैठ ही गये हैं तो एक तरीका और हो सकता है कि कौवा बीट करे तो आप हंसकर, अपने कपडे झाडकर, वहां से निकल सकते हैं और दूसरी साफ सुन्दर डाली के नीचे जा सकते हैं।
Good!
ReplyDelete"कुछ नही होगा, कौवा आपके मुकाबले ज्यादा जोर से और ज्यादा देर तक कांव-कांव कर सकता है। क्योंकि उसका तो जन्मजात गुण है ये और आपने तो शायद आज से पहले कभी कांव-कांव का अभ्यास भी नही किया है।"
ReplyDeleteAgreed 100%
बिल्कुल सही कहा आपने, जैसे कुत्ता आपको काट भी खाये तो कुत्ते को काटा नही जा सकता.
ReplyDeleteरामराम.
सुन्दर अनुकरणीय सलाह ।
ReplyDeleteबहुत सही कहा,अगर कुत्ता भोंके तो उस के साथ इंसान तो नही भोंकने लगता... बच के निकल जाने मै ही अकल मंदी है.
ReplyDeleteआप क्रोधित हों तो अपने रिस्क पर! :)
ReplyDeleteसच है! कौवा तो नासमझ(?) ठहरा :-)
ReplyDeleteएकदम सत्य।
ReplyDeleteकौवा तो अगली डाल पर भी हो सकता है सर
ReplyDeleteलगता है ब्लागवाणी और चिट्ठाजगत को छोड़ कर किसी जगह को तलाश करना पड़ेगा .
मैं कर सकता हूं कौवे के ऊपर बींट।
ReplyDeleteगारण्टी से।
कोई शक तो नहीं है?
lekin yhan to beent jhadna bhi beent karna samjha jaa raha hai uska kya ho???????????????
ReplyDeletepranam swikar hai...mere blog par aane kr liye bahut bahut dhanywad..yu hi aate jaate rahihe achha lagega.
ReplyDeleteGPS Kya Hai और इसकी परिभाषा - What is GPS in Hindi
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