"ना जी भर के देखा ना कुछ बात की
बडी आरजू थी मुलाकात की"
इस एल्बम का नाम है श्याम दी कमली
इस प्यारे भजन के गायक श्री विनोद अग्रवाल जी भजन और सूफी गायक के साथ-साथ संत भी हैं। इनके कंठ से निकले गीत मुझे तो झूमने पर मजबूर कर देते हैं।
यह गीत करीबन 30 मिनट का है। इसलिये आप खाली समय में सुनेंगें तो ही इस मधुर संगीत का आनन्द ले पायेंगें। अंतरे में धुन है, आपकी आंखें स्वत: बंद हों जायेंगीं और आपको अपार आनन्द की अनुभूति होगी।
इस पोस्ट के कारण गायक, रचनाकार, अधिकृता, प्रायोजक या किसी के भी अधिकारों का हनन होता है या किसी को आपत्ति है, तो क्षमायाचना सहित तुरन्त हटा दिया जायेगा।
सुन रही हूं .. धन्यवाद !!
ReplyDeleteआराम से सुनते हैं.
ReplyDeleteye ek ghazal hai jo ki chandan das ji ne gayi hui hai aur kabhi DD1 par ek serial aata tha.. 'Phir Wahi Talaash'... uske ek scene mein bhi chandan das ki ye ghazal background mein gungunayi gayi thi :)
ReplyDeleteachha innovation kiya hai usi ghazal mein ..
पंकज जी
ReplyDeleteआपका हार्दिक आभार इस जानकारी के लिये
प्रणाम